सूर्य ग्रहण :-
गुरुवार 26 दिसम्बर 2019
तिथि :- अमावस्य
पक्ष :- कृष्ण
अयन :- दक्षिणायन
नक्षत्र :- मूल
सूर्य ग्रहण:- प्रातः 8:17 से प्रारंभ होगा व प्रातः 10:57 पर समाप्त होगा।
कुल ग्रहण अवधि :- 2 घंटे 40 मिनट के लगभग होगी।
सूतक काल :-
ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा,अर्थात 25 दिसंबर को शाम से ही सूतक काल प्रभावी हो जाएगा, जो कि 26 दिसंबर तक जारी रहेगा।
विशेष :-
🌔ग्रहण काल के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे।
🌔ग्रहण काल शुरू होने से पहले खाने , पानी आदि में तुलसी पत्र रखना चाहिए।
🌔सूर्य ग्रहण के समय सोना नही चाहिए।
🌔ग्रहण काल मे भोजन या कुछ भी खाना नही चाहिए। ( विशेष परिस्थितियों में कर सकते है। )
🌔गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल मे घर से नही निकलना चाहिए।
🌔ग्रहण काल मे भगवान के भजन, जप आदि करने चाहिए।
ग्रहण के समय निम्नलिखित मंत्र का जप पुण्यदायीं रहेगा।
"" ॐ घृणिः सूर्याय नमः ""
यंत्र व मंत्र सिद्धि के लिए ग्रहणकाल अति उत्तम होता है।
दान पुण्य :- ग्रहण काल समाप्त होने के बाद स्नान करके अन्न, वस्त्र, धन आदि का दान पुण्य करना चाहिए।
ग्रहण का १२ राशियों पर प्रभाव :-
मेष - परेशानियां बढ़ेंगी, धोखा मिल सकता है।
वृष - वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी।
मिथुन - व्यापार में नुकसान, पति-पत्नी को होगा कष्ट।
कर्क - शत्रु होंगे परास्त, कॅरियर में उन्नति।
सिंह - संतान पक्ष से कष्ट, कार्यस्थल पर तनाव।
कन्या - महिला पक्ष से कष्ट, कर्जों में बढ़ोत्तरी।
तुला - मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी, सिर दर्द से परेशानी।
वृश्चिक - निवेश से नुकसान, नए काम की शुरुआत।
धनु - सेहत के लिए परेशानी भरा समय होगा।
मकर - खर्चों में बढ़ोत्तरी होगी।
कुंभ - रुके हुए धन की वापसी।
मीन - परिवार में कलह, मानसिक तनाव में बढ़ोत्तरी।
शुभम भवतु।
अधिक जानकारी के लिए।
Pt Deepak Sharma Guru Ji ( Astrologer )
www.bhagyachakraujjain.blogspot.com
Whatsapp@9522222969
गुरुवार 26 दिसम्बर 2019
तिथि :- अमावस्य
पक्ष :- कृष्ण
अयन :- दक्षिणायन
नक्षत्र :- मूल
सूर्य ग्रहण:- प्रातः 8:17 से प्रारंभ होगा व प्रातः 10:57 पर समाप्त होगा।
कुल ग्रहण अवधि :- 2 घंटे 40 मिनट के लगभग होगी।
सूतक काल :-
ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा,अर्थात 25 दिसंबर को शाम से ही सूतक काल प्रभावी हो जाएगा, जो कि 26 दिसंबर तक जारी रहेगा।
विशेष :-
🌔ग्रहण काल के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे।
🌔ग्रहण काल शुरू होने से पहले खाने , पानी आदि में तुलसी पत्र रखना चाहिए।
🌔सूर्य ग्रहण के समय सोना नही चाहिए।
🌔ग्रहण काल मे भोजन या कुछ भी खाना नही चाहिए। ( विशेष परिस्थितियों में कर सकते है। )
🌔गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल मे घर से नही निकलना चाहिए।
🌔ग्रहण काल मे भगवान के भजन, जप आदि करने चाहिए।
ग्रहण के समय निम्नलिखित मंत्र का जप पुण्यदायीं रहेगा।
"" ॐ घृणिः सूर्याय नमः ""
यंत्र व मंत्र सिद्धि के लिए ग्रहणकाल अति उत्तम होता है।
दान पुण्य :- ग्रहण काल समाप्त होने के बाद स्नान करके अन्न, वस्त्र, धन आदि का दान पुण्य करना चाहिए।
ग्रहण का १२ राशियों पर प्रभाव :-
मेष - परेशानियां बढ़ेंगी, धोखा मिल सकता है।
वृष - वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी।
मिथुन - व्यापार में नुकसान, पति-पत्नी को होगा कष्ट।
कर्क - शत्रु होंगे परास्त, कॅरियर में उन्नति।
सिंह - संतान पक्ष से कष्ट, कार्यस्थल पर तनाव।
कन्या - महिला पक्ष से कष्ट, कर्जों में बढ़ोत्तरी।
तुला - मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी, सिर दर्द से परेशानी।
वृश्चिक - निवेश से नुकसान, नए काम की शुरुआत।
धनु - सेहत के लिए परेशानी भरा समय होगा।
मकर - खर्चों में बढ़ोत्तरी होगी।
कुंभ - रुके हुए धन की वापसी।
मीन - परिवार में कलह, मानसिक तनाव में बढ़ोत्तरी।
शुभम भवतु।
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Pt Deepak Sharma Guru Ji ( Astrologer )
www.bhagyachakraujjain.blogspot.com
Whatsapp@9522222969
1 comment:
धन्यवाद बहोत अच्छी जानकारी
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